March 21, 2025

What is CSS in Hindi | CSS क्या है?

हेल्लो दोस्तों! आज के इस लेख के माध्यम से हम आप लोगो को CSS लैंग्वेज के बारे में बिस्तार से बतायेंगे। CSS क्या है? (What is CSS in Hindi) यह कितने के प्रकार की होती है। CSS लैंग्वेज की विशेषताएँ क्या है। इसके क्या उपयोग होते है। इसके क्या फायदे और क्या नुकसान है। अगर आप वेब डिजाइनिंग के माध्यम से अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। तो आपको CSS लैंग्वेज सीखना बहुत जरूरी है। अगर आप CSS लैंग्वेज की बुनियादी जानकारी लेना चाहते हो तो हमारे इस लेख को पूरा पढ़ें। चलिए शुरू करते हैं!

What is CSS in Hindi

What is CSS in Hindi | CSS क्या है?

CSS लैंग्वेज की फुल फॉर्म Cascading Style Sheets है। यह एक मार्कअप लैंग्वेज है। जिसका यूज़ वेबसाइट और उनके पेजों की डिज़ाइन और लेआउट को सुन्दर और आकर्षक बनाने करने के लिए किया जाता है। CSS लैंग्वेज का यूज़ हम वेबसाइट के color, font, animation, बैकग्राउंड इमेज, लेआउट, और size को बलदने के लिए करते है। CSS लैंग्वेज के बिना वेबसाइट और उनके पेज केवल टेक्स्ट और बेसिक स्ट्रक्चर तक ही सीमित रहेंगे। यह वेब डेवलपमेंट के लिए एक महत्वपूर्ण लैंग्वेज है। यह लैंग्वेज वेब डिज़ाइन को आसान और प्रभावी बनती है।

History of CSS in Hindi | CSS का इतिहास

CSS कैस्केडिंग स्टाइल शीट्स लैंग्वेज की शुरुआत 1994 में हॉकोन वियम ली द्वारा की गई थी। इसका यूज़ HTML वेबसाइट और वेब पेज को स्टाइल, लेआउट और डिज़ाइन प्रदान करना है। 1998 में CSS2 को डेवलप किया गया था। जिसमें पोजिशनिंग और मीडिया टाइप्स जैसे नये फीचर्स ऐड किये गए है।सन 2001 के बाद CSS3 को डेवलप किया गया था। इसमें ग्रेडिएंट, एनिमेशन, और रेस्पॉन्सिव डिजाइन जैसे आधुनिक फीचर्स ऐड किये गए है। CSS लैंग्वेज का यूज़ वेबसाइट और वेब पेज के डिज़ाइन को अधिक आकर्षक बनाने के लिए किया जाता है। आज के समय, CSS लैंग्वेज वेब डेवलपमेंट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है।

Types of CSS in Hindi | CSS के प्रकार

CSS लैंग्वेज का यूज़ वेब पेज के डिज़ाइन और लेआउट को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह मुख्य रूप से तीन प्रकार की होती है।

  1. इनलाइन CSS | Inline CSS
  2. आंतरिक CSS | Internal CSS
  3. बाहरी CSS | External CSS

What is Inline CSS in Hindi | इनलाइन CSS क्या है?

Inline CSS का यूज़ HTML टैग के अंदर सीधे स्टाइल (CSS) जोड़ने के लिए किया जाता है। इसका मुख्य फायदा यह है कि यह स्टाइल को सीधे उसी तत्व के साथ जोड़ता है। जिससे यह प्रभावी रूप से उसी तत्व पर लागू होता है।

उदाहरण के लिए:

<p style=”color: blue; font-size: 16px;”>हेलो वर्ल्ड</p>

What is Internal CSS in Hindi | आंतरिक CSS क्या है?

Internal CSS वह होता हैं। जो HTML डॉक्यूमेंट के अंदर ही <style> टैग में लिखा जाता हैं। यह तरीका जब यूज़फुल होता है। जब हम केवल वेबसाइट के एक ही पेज पर CSS ऐड करना चाहते हैं। यह पूरी वेबसाइट पर ऐड करने के लिए सही नहीं है।

उदाहरण के लिए:

<!DOCTYPE html>
<html lang=”hi”>
<head>
<meta charset=”UTF-8″>
<title>Internal CSS Example</title>
<style>
h1 {
color: blue;
text-align: center;
}
p {
font-size: 18px;
color: green;
}
</style>
</head>
<body>
<h1>हेलो !</h1>
<p>हेलो</p>
</body>
</html>

इस उदाहरण में, <Head> हेड सेक्शन में <style> टैग का यूज़ किया गया है। जिसमें h1 हैडिंग और p पेराग्राफ टैग के लिए स्टाइलिंग दी गई है।

What is External CSS in Hindi | बाहरी CSS क्या है?

एक्सटर्नल CSS वह स्टाइल शीट होती है। External CSS लिखने के लिए हमको अलग से एक फ़ाइल create करनी पड़ती है। CSS file का एक्सटेंशन .CSS देना पड़ता है। हम एक ही CSS फ़ाइल को कई HTML फाइलों से लिंक कर सकते हैं।

<!DOCTYPE html>
<html lang=”hi”>
<head>
<meta charset=”UTF-8″>
<meta name=”viewport” content=”width=device-width, initial-scale=1.0″>
<title>External CSS Example</title>
<link rel=”stylesheet” href=”styles.css”>
</head>
<body>
<h1>यह एक हेडिंग है</h1>
<p>यह एक पैराग्राफ है।</p>
</body>
</html>

Features of CSS in Hindi | CSS की विशेषताएँ

CSS एक स्टाइलिंग लैंग्वेज है। इसका यूज़ HTML वेब पेजों की डिज़ाइन को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है। CSS लैंग्वेज के कुछ महत्वपूर्ण फीचर्स निम्नलिखित हैं:

  • स्टाइलिंग और डिजाइनिंग: CSS लैंग्वेज का यूज़ वेबसाइट और वेब पेजों के लेआउट को सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए किया जाता है। इसमें टेक्स्ट, इमेज, बॉर्डर, टेबल, बटन, बैकग्राउंड आदि को डिज़ाइन किया जाता है।
  • रिस्पॉन्सिव डिजाइन: CSS लैंग्वेज का यूज़ सभी प्रकार की स्क्रीन के साइज के अनुसार रिस्पॉन्सिव वेबसाइट डिज़ाइन के लिए किया जाता है। जैसे लैपटॉप, मोबाइल, टैबलेट, डेस्कटॉप, आदि। की स्क्रीन के अनुसार डिज़ाइन के लिए किया जाता है।
  • कास्केडिंग (Cascading) मैकेनिज्म: यदि एक ही एलिमेंट पर कई स्टाइल यूज़ होती हैं। तो CSS लैंग्वेज उनकी प्राथमिकता तय करता है और इसके बाद अंतिम आउटपुट देता है।
  • सेलेक्टर्स और ग्रुपिंग: CSS लैंग्वेज में विभिन्न सेलेक्टर्स (जैसे क्लास, आईडी, एलिमेंट) का यूज़ करके स्पेसिफिक एलिमेंट्स को स्टाइल किया जाता है।
  • एनीमेशन और ट्रांज़िशन: CSS लैंग्वेज का उपयोग वेबसाइट और वेब पेज पर एनिमेशन और इफेक्ट्स ऐड करने के लिए किया जाता है।
  • फास्ट लोडिंग और SEO फ्रेंडली: CSS लैंग्वेज का कोड वेब पेज को लाइट और फ़ास्ट SEO फ्रेंडली बनाता है। जिससे वेबसाइट का SEO प्रदर्शन बेहतर होता है।

Difference Between CSS & HTML in Hindi | CSS और HTML में अंतर

विशेषता HTML CSS
पूरा नाम HyperText Markup Language Cascading Style Sheets
कार्य वेब पेज का स्ट्रक्चर क्रिएट करता है। वेब पेज को स्टाइलिश और आकर्षक बनाता है।
कैसे उपयोग करें? <h1>, <p>, <img> जैसे टैग्स का उपयोग होता है {} में प्रॉपर्टीज़ का उपयोग होता है
उपयोग टेक्स्ट, इमेज, लिंक, वीडियो, बटन आदि जोड़ने के लिए रंग, फॉन्ट, बैकग्राउंड, लेआउट आदि बदलने के लिए
इंटीग्रेशन वेब पेज के मूल ढांचे के रूप में यूज़ होता है। HTML के साथ जोड़कर वेब पेज को डिजाइन किया जाता है।
कोडिंग की भाषा यह एक मार्कअप भाषा है यह एक स्टाइलिंग भाषा है
स्वतंत्रता यह बिना CSS के भी काम कर सकता है यह HTML के बिना काम नहीं कर सकता
फाइल एक्सटेंशन .html .css
उदाहरण <h1>हेलो</h1> h1 { color: blue; }

HTML का उदाहरण:

<!DOCTYPE html>
<html>
<head>
<title>हेलो वर्ल्ड</title>
</head>
<body>
<h1>टाइटल </h1>
<p>पैराग्राफ</p>
</body>
</html>

CSS का उदाहरण:

body {
background-color: lightblue;
font-family: Arial, sans-serif;
}
h1 {
color: darkblue;
text-align: center;
}
p {
font-size: 18px;
color: black;
}

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Conclusion | निष्कर्ष

दोस्तों हमें उम्मीद है। यहाँ तक हमारे इस लेख को पढ़कर आपको CSS लैंग्वेज के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिल गई होगी। अगर आपके मन में CSS लैंग्वेज से जुड़ा कोई सवाल है। या आप इसके बारे में और अधिक जानकारी चाहते हैं। तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते है। हम आपके सभी सवालों का उत्तर देने की कोशिश करेंगे। ऐसे ही उपयोगी और जानकारीपूर्ण लेख पढ़ते रहने के लिए हमारे साथ जुड़े रहें। हमारे इस लेख को पढ़ने के लिए आप लोगो का तहे दिल से धन्यवाद! हम आगे भी आपके लिए ऐसे ही रोचक लेख लिखते रहेंगे।

FAQs:

Q1: CSS लैंग्वेज क्या होती है?

Ans: CSS (Cascading Style Sheets) एक स्टाइलिंग लैंग्वेज है। जिसका यूज़ वेबसाइट और वेब पेज के डिजाइन और उसके लेआउट को सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए किया जाता है।

Q2: HTML और CSS में क्या अंतर है?

Ans: HTML और CSS लैंग्वेज में मुख्य अंतर:

  • HTML (HyperText Markup Language) का यूज़ वेब पेज की संरचना (structure) को बनाने के लिए किया जाता है।
  • CSS (Cascading Style Sheets) लैंग्वेज का यूज़ वेब पेज की स्टाइलिंग (रंग, फॉन्ट, लेआउट आदि) को डिज़ाइन करने के लिए किया जाता है।
Q3: CSS लैंग्वेज के कितने प्रकार होते हैं?

Ans: CSS लैंग्वेज के तीन प्रकार होते हैं:

  • Inline CSS: HTML टैग के अंदर style ऐट्रिब्यूट का उपयोग करके स्टाइल लागू करना।
  • Internal CSS: <style> टैग के अंदर CSS को HTML फ़ाइल में लिखना।
  • External CSS: .css फाइल बनाकर HTML में लिंक करना।
Q4: CSS लैंग्वेज का पूरा नाम क्या है?

Ans: CSS लैंग्वेज का पूरा नाम “Cascading Style Sheets” है।

Ravendra Singh

नमस्कार दोस्तों, मैं Ravendra Singh, Technical Skills Up का founder हूँ। में एक ब्लॉगर और डिजिटल क्रिएटर हूँ। इस ब्लॉग के माध्यम से आप Digital Marketing और Blogging से जुडी जानकारियां ले सकते हैं। अगर आपको हमारे आर्टिकल्स से सही जानकारी मिलती हैं। तो हमारे आर्टिकल्स को दोस्तों के साथ शेयर भी कर सकते हैं। आप हमें social media प्लैटफॉर्म्स पर follow कर सकते हैं।

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